What is Artificial Intelligence in Hindi ?
Artificial Intelligence in Hindi - AiBook

Artificial Intelligence in Hindi - Introduction

अगर आप Computers या Technology मे दिलचस्पी रखते है तो आपने Artificial Intelligence के बारे मे तो जरुर सुना होगा ओर शायद आप इसके बारे मे जानते भी होंगे ओर अगर नहि जानते कि artificial intelligence kya hai तो इस post मे मैंने Artificial Intelligence के बारे मे सबकुछ detail मे बताया है । इस पोस्ट को पड़ने के बाद आपको इसके बारे मे सब कुछ पता चल जायेगा कि Artificial Intelligence क्या हैइसको किसने बनायायह कैसे काम करती हैहम कैसे इससे जुड़े हुए है ओर यह कैसे पुरे विश्व को बदल सकती है?

Definition of AI (परिभाषा)

Artificial Intelligence दो शब्दों से मिल कर बना है 
        Artificial : कृत्रिम (मानव निर्मित)
        Intelligence : बुद्धिमता (सोचने समझने की शक्ति)
Artificial Intelligence का हिंदी में अर्थ होता है कृत्रिम बुद्धिमता, आसान शब्दों में कहे तो " मानव निर्मित दिमाग " जो खुद से सोच सकता है, समझ सकता है और फिर निर्णय भी ले सकता है | जिस तरह एक इंसान के दिमाग में किसी विषय पर सोचने, उसे समझने और निर्णय लेने की क्षमता होती है उसी तरह की दिमागी क्षमता को मशीनों के अंदर Implement  करने को Artificial Intelligence कहते है | 

Artificial Intelligence को AI भी कहा जाता है |Artificial Intelligence कंप्यूटर साइंस की एक ब्रांच है जिसका उद्देश्य है की कैसे एक Intelligent  सिस्टम बनाये जो इंसानो की ही तरह सोच और समझ सके, और खुद से निर्णय ले सके | 

Invention of AI (AI का अविश्कार)

अगर देखा जाये तो Artificial Intelligence का इतिहास पुरातन समय से ही शुरु हो चुका था जहा कहानीकार अपनी कहानीयो मे क्रत्रिम प्राणियो का जिक्र करते थे। 

आज के आधुनीक AI की शुरुआत classical philosophers के द्वारा हुई थी जिन्होने मानव दिमाग कैसे काम करता है, कैसे सोचता है इनको symbols (वर्णो) के एक mechanical manipulation के माध्यम से describe (वर्णित) किया था । उन्होने बताया था कि कैसे इन symbols कि हेरफेर करके एक प्रोग्राम बनाया जा सकता है जो कि मशिन के द्वारा execute (चलाया) जा सकता है। यह काम 1940 मे जब प्रोग्राम करने योग्य Digital Computers का अविश्कार होने लगा था तब से शुरु हो गया था । सबसे पहले AI को गणितिय तर्क (mathematical reasoning) के जरिये समझाया गया था कि कैसे एक मशिन को एक data देकर उससे दुसरा data प्राप्त किया जा सकता है। फिर इस तकनीक ने नये वेज्ञानिको को अपनी ओर आकर्शित ओर इस field मे काम करने के लिये प्रोत्साहित किया।

Artificial Intelligence मे रिसर्च का क्षेत्र, 1956 की गर्मियों के दौरान Dartmouth कॉलेज के परिसर में आयोजित एक workshop (कार्यशाला) में स्थापित किया गया था। जो लोग इसमे भाग लेते थे वे दशकों AI अनुसंधान के नेता बन जाएंगे। उनमें से कई ने भविष्यवाणी की थी कि एक मानव कि तरह बुद्धिमान मशीन को बनाने मे एक पीढ़ी से अधिक समय कि जरुरत नहीं होगी और उन्हें इस दृष्टि को सच बनाने के लिए लाखों डॉलर दिए गए थे। 

21 वीं शताब्दी के पहले दशकों में AI में निवेश और रुचि बढ़ी, जब शक्तिशाली कंप्यूटर हार्डवेयर की उपस्थिति के कारण शिक्षा और उद्योगो में कई समस्याओं पर मशीन लर्निंग सफलतापूर्वक लागू की गई।